तो दोस्तों आपने कैसे बताएं थे,यह लम्हे जिंदगी के ? तो दोस्तों आपने कैसे बताएं थे,यह लम्हे जिंदगी के ?
यह सुनते ही नेहा की आंखें छलछला उठी। यह देख संजय ने उसे गले से लगा लिया। यह सुनते ही नेहा की आंखें छलछला उठी। यह देख संजय ने उसे गले से लगा लिया।
भगवान् के घर देर है अंधेर नहीं है भगवान् के घर देर है अंधेर नहीं है
उस परिवार में दो-तीन घंटे बैठा रहा। अत्यन्त शालीन, सुसंस्कृत लोग। बेहद आत्मीय। जब चलने के लिए इजाज... उस परिवार में दो-तीन घंटे बैठा रहा। अत्यन्त शालीन, सुसंस्कृत लोग। बेहद आत्मीय।...
यह कहते हुए आराध्या अपनी मम्मी से लिपट गई। यह कहते हुए आराध्या अपनी मम्मी से लिपट गई।
अपने को क्या है, एंजॉय लाइफ और ऑप्शन क्या है ! अपने को क्या है, एंजॉय लाइफ और ऑप्शन क्या है !